तर्ज,मिलती है जिंदगी में मुहब्बत
मिलती है मां की भक्ति,भक्तों नसीब से।होती है मुरादें पूरी,भक्तों नसीब से।
माता बड़ी है दानी,भरती है झोलियां।बिन मांगे मिलते मोती भक्तों नसीब से।२।🌺मिलती है मां की भक्ति,भक्तों नसीब से।
शक्ति भी अंबे मां की, कितनी अपार है।सब खेल है निराले,मैया अजीब से।२।🌺🌺🌺मिलती है मां की भक्ति,भक्तों नसीब से।
पाया है उसने सबकुछ,जो मां का हो गया।मैया का जिसने जलवा,देखा करीब से।२।मिलती है मां की भक्ति,भक्तों नसीब से।
उनका है सबसे नाता,चाहे रंक हो या राजा।खुश रहती मेरी मैया,प्यारे गरीब से।२।मिलती है मां की भक्ति,भक्तों नसीब से।
मिलती है मां की भक्ति,भक्तों नसीब से।होती है मुरादें पूरी,भक्तों नसीब से।