तर्ज,बने से बन्नी जयमाल पे झगड़ी
चलो रे भक्तों मैया की नगरी।चलो रे भक्तों मैया की नगरी,चलो रे भक्तों मैया की नगरी।
वहां पर वाण गंगा है,वहां का पानी ठंडा है।२। वहीं पे धो लेंगे पापों की गठड़ी।२।🌺🌺चलो रे भक्तों मैया की नगरी,चलो रे भक्तों मैया की नगरी।
वहां पर चरण पादुका है,मेरा दिल वहां जा चुका है।२। वहीं से ले लेंगे,चरणों की धुलडी।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चलो रे भक्तों मैया की नगरी,चलो रे भक्तों मैया की नगरी।
वहां पर अर्ध कुमारी है, हमें वह लगती प्यारी है।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 वहीं से ले लेंगे मैया की चुनरी।२।🌺🌺🌺चलो रे भक्तों मैया की नगरी,चलो रे भक्तों मैया की नगरी।
वहां पर हाथी मत्था है। वहां भक्तों का जत्था है।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 वहीं से देखेंगे मैया की नगरी।२।🌺🌺🌺चलो रे भक्तों मैया की नगरी,चलो रे भक्तों मैया की नगरी।
चलो रे भक्तों मैया की नगरी,चलो रे भक्तों मैया की नगरी।चलो रे भक्तों मैया की नगरी,चलो रे भक्तों मैया की नगरी।