तर्ज,संतों स्वर्गा से आयो टेलीफोन
मैने लियो ना हरी को नाम, बुढ़ापो बैरी आय गयो।मेरे नैनन से बरसे नीर,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
कलतक थी में छैल छबीली,अब हो गई में बूढ़ी।मेरी ढीली तो पड़ गई चाल,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
मैने लियो ना हरी को नाम, बुढ़ापो बैरी आय गयो।मेरे नैनन से बरसे नीर,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
कोड़ी कोड़ी माया जोड़ी,बन गई में धनवान।मेरी माया तो ले गया मेरा पुत,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
मैने लियो ना हरी को नाम, बुढ़ापो बैरी आय गयो।मेरे नैनन से बरसे नीर,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
घर के तो सब मौज उड़ाए,खावे रोज पकवान।मेरी थाली में डाले सूखे रोट,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
मैने लियो ना हरी को नाम, बुढ़ापो बैरी आय गयो।मेरे नैनन से बरसे नीर,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
पांच भैंस मेरे घर में बंध रही,देवे भर भर दूध।मेरी चाय में होवे नीरा नीर,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
मैने लियो ना हरी को नाम, बुढ़ापो बैरी आय गयो।मेरे नैनन से बरसे नीर,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
बेटा पोता पूछे मैया, क्यों तूं आज उदास।बेटा मेरी कदर अब नाय,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
मैने लियो ना हरी को नाम, बुढ़ापो बैरी आय गयो।मेरे नैनन से बरसे नीर,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
बेटा सोचे लुगाई से में,कैसे कहूं ये बात।मैया जैसों मिले है वैसो खाय,बुढ़ापो बैरी आय गयो।
मैने लियो ना हरी को नाम, बुढ़ापो बैरी आय गयो।मेरे नैनन से बरसे नीर,बुढ़ापो बैरी आय गयो।