तर्ज,सुहाग मांगण चाली अपने दादा जी के पास
बनो म्हारो चार भुजा रो नाथ,बनी म्हारी तुलसां लाडली।२।
विनायक रिद्धि सिद्धि,संग ल्याया। रसोड़े कुबेर भंडार बुलाया। २।🌺🌺🌺🌺🌺गन्धर्व गीत गजब का गया,बनी म्हारी तुलसां लाडली।
बनो म्हारो चार भुजा रो नाथ,बनी म्हारी तुलसां लाडली।
हरदेव परशु देव हरसाया।यशोदा नंद जी पाठ बिठाया।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 सुरा गीता जी जस गाय,बनी म्हारी तुलसां लाडली।
बनो म्हारो चार भुजा रो नाथ,बनी म्हारी तुलसां लाडली।
बराती शिव ब्रह्मा संग आया।गरुड़ चढ़ लक्ष्मी पति भी आया।२।🌺🌺🌺🌺🌺एरावत इंद्र चढ़कर आया,बनी म्हारी तुलसां लाडली।
बनो म्हारो चार भुजा रो नाथ,बनी म्हारी तुलसां लाडली।
बिहारी गुरु गोविंद बन आया।चेतन मन का फूल खिलाया।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 भगतां मिल भागवत ने सजाया,बनी म्हारी तुलसां लाडली।
बनो म्हारो चार भुजा रो नाथ,बनी म्हारी तुलसां लाडली।