तर्ज,चलत मुसाफिर मोह लिया
पालकी में बैठकर आय गई है,मैया बनके दुल्हनिया।२।
ससुरजी चढ़ावे मां को बेला चमेली।२।सासु उढावे चुनरिया हो मैया बनके दुल्हनिया।पालकी में बैठकर आय गई है,मैया बनके दुल्हनिया।
जेठजी चढ़ावे मां को पान सुपारी।२।जेठानी पहनावे पायलिया हो,मैया बनके दुल्हनिया।पालकी में बैठकर आय गई है,मैया बनके दुल्हनिया।
देवर चढ़ावे मां को लांग इलायची।२।देवरानी डाल रही कजरा हो,मैया बनके दुल्हनिया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺पालकी में बैठकर आय गई है,मैया बनके दुल्हनिया।
भक्त खिलावे मां को पेड़ा बताशा।२।सखियां दबा रही चरण मां का,मैया बनके दुल्हनिया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺पालकी में बैठकर आय गई है,मैया बनके दुल्हनिया।