तर्ज,चलत मुसाफिर मोह लिया
नदिया किनारे बगिया हो, उसमें मां का मंदिर।२।
उस बगिया में सुंदर फूल है।२।मालण बेचे गजरा हो, उस बगिया के अंदर।🌺🌺🌺नदिया किनारे बगिया हो, उसमें मां का मंदिर।
उस बगिया में,रहता कुम्हार हो।२।सुंदर कलश बेचे हो, उस बगिया के अंदर।🌺🌺नदिया किनारे बगिया हो, उसमें मां का मंदिर।
उस बगिया में,कपड़े की दुकान है।२।सुंदर चुनरीया बेचे हो,उस बगिया के अंदर।🌺नदिया किनारे बगिया हो, उसमें मां का मंदिर।
उस बगिया में,हलवायिया दुकान है।२।हलवा पूड़ी बेचे है,उस बगिया के अंदर।🌺🌺🌺नदिया किनारे बगिया हो, उसमें मां का मंदिर।
उस बगिया में,सुनार की दुकान है।२।सुंदर पायलिया बेचे है,उस बगिया के अंदर।नदिया किनारे बगिया हो, उसमें मां का मंदिर।
उस बगिया में है, मां का भी मंदिर।२।जय जयकारा लगावे है,उस बगिया के अंदर।नदिया किनारे बगिया हो, उसमें मां का मंदिर।