तर्ज, होलिया में उड़े री गुलाल
हो गए भव से पार,लेकर नाम तेरा।कर लिया मैने उद्धार,लेकर नाम तेरा।
बाल्मिक अति दिन दुखी था। बुरे कर्म में सदा लीन था।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 करी रामायण तैयार, लेकर नाम तेरा।
हो गए भव से पार,लेकर नाम तेरा।कर लिया मैने उद्धार,लेकर नाम तेरा।
थे नल नील जाती के बानर, राम नाम लिख दिया शीला पर।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 हो गई सेना पार, लेकर नाम तेरा।
हो गए भव से पार,लेकर नाम तेरा।कर लिया मैने उद्धार,लेकर नाम तेरा।
भरी सभा में द्रोपद दुलारी, कृष्ण द्वारिका नाम पुकारी।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 बढ़ गया चीर अपार, लेकर नाम तेरा।
हो गए भव से पार,लेकर नाम तेरा।कर लिया मैने उद्धार,लेकर नाम तेरा।
गज ने आधा नाम पुकारा। गरुड़ छोड़कर उसे उबारा।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 किया ग्राह संघार, लेकर नाम तेरा।
हो गए भव से पार,लेकर नाम तेरा।कर लिया मैने उद्धार,लेकर नाम तेरा।
जिसको स्वयं तार नहीं पाए। नाम लिए से मुक्ति पाए।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 महिमा नाम अपार, लेकर नाम तेरा।
हो गए भव से पार,लेकर नाम तेरा।कर लिया मैने उद्धार,लेकर नाम तेरा।
मीरा गिरधर नाम पुकारी। विष अमृत कर दिया मुरारी।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 खुल गए चारों द्वार, लेकर नाम तेरा।
हो गए भव से पार,लेकर नाम तेरा।कर लिया मैने उद्धार,लेकर नाम तेरा।
राम नाम को जो कोई गावे। अपने तीनों लोक बनावे।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 है जीवन का सार, लेकर नाम तेरा।
हो गए भव से पार,लेकर नाम तेरा।कर लिया मैने उद्धार,लेकर नाम तेरा।