तर्ज,होलिया में उड़े री गुलाल
मैया मुझे मालूम नहीं,मनाऊं तुझे कैसे मां।
पायल पहनाऊं,तुझे बिछुवा पहनाऊं।२।लाल लाल चूड़ी पहनाऊं,मनाऊं तुझे कैसे मां।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मैया मुझे मालूम नहीं,मनाऊं तुझे कैसे मां।
बिंदिया लगाऊं तुझे सिंदूर चढ़ाऊं।२।नैनों में कजरा लगाऊं,मनाऊं तुझे कैसे मां।🌺🌺मैया मुझे मालूम नहीं,मनाऊं तुझे कैसे मां।
लाल लाल साड़ी,जिसमे गोटा किनारी।२।लाल चुनरिया उढ़ाऊं,मनाऊं तुझे कैसे मां।मैया मुझे मालूम नहीं,मनाऊं तुझे कैसे मां।
कानों में तेरे झुमके लटकाऊं।२। नथली पहनाऊं झुमरदार,मनाऊं तुझे कैसे मां।🌺मैया मुझे मालूम नहीं,मनाऊं तुझे कैसे मां।
तेरे दरबार में रोज ही जाऊं।२।नए नए भजन सुनाऊं,मनाऊं तुझे कैसे मां।🌺🌺मैया मुझे मालूम नहीं,मनाऊं तुझे कैसे मां।
नवरातों में तेरी जोत जलाऊं।२।हलवा पूड़ी भोग लगाऊं,मनाऊं तुझे कैसे मां।🌺🌺🌺मैया मुझे मालूम नहीं,मनाऊं तुझे कैसे मां।
चरणों में तेरे अरज लगाऊं।२।मंगल पाठ तुझे पूरा सुनाऊं।२।बलिहारी जाऊं तुझ पे मां,मनाऊं तुझे कैसे मां।🌺🌺🌺🌺🌺मैया मुझे मालूम नहीं,मनाऊं तुझे कैसे मां।