तर्ज,भक्तों को दर्शन दे गई रे
काले से लाल बनाय गई रे,गोरी बरसाने वाली।बरसाने वाली गोरी बरसाने वाली।काले से लाल बनाय गई रे,गोरी बरसाने वाली।
छीन मुकुट शिर धरी चंद्रिका।२।बिंदिया भाल लगाय गई रे,गोरी बरसाने वाली।🌺काले से लाल बनाय गई रे,गोरी बरसाने वाली।
नाक बेसार गले माही कांचुकी।२।ऊपर से चुनर उढ़ाय गई रे,गोरी बरसाने वाली।🌺काले से लाल बनाय गई रे,गोरी बरसाने वाली।
नारी बनाय जोड़ के नाता।२।ऊपर से ठेंगा दिखाए गई रे,गोरी बरसाने वाली।🌺🌺काले से लाल बनाय गई रे,गोरी बरसाने वाली।
नारायण मन फिर भी ना मान्यो।२।हंस के कंठ लगाय गई रे,गोरी बरसाने वाली।🌺काले से लाल बनाय गई रे,गोरी बरसाने वाली।