तर्ज,किस्मत वालों को मिलता है
खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो,मेरा हाथ।ये हाथ कभी न छूटे,ये साथ कभी न छूटे,दिन हो या रात।🌺🌺🌺🌺🌺🌺खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो,मेरा हाथ।
मेरे दोनों हाथ तेरे आगे,क्या है कमी इनमे तूं बतला दे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺क्या वो लकीर नही है,क्या वो तकदीर नही है।या हो नाराज।
खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो,मेरा हाथ।ये हाथ कभी न छूटे,ये साथ कभी न छूटे,दिन हो या रात।🌺🌺🌺🌺🌺🌺खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो,मेरा हाथ।
इन हाथो को तेरी है दरकार,मेरे पीछे पूरा है परिवार।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺नैया मझधार फंसी है।तेरे होठों पे हंसी है।खुश क्यों हो आज।
खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो,मेरा हाथ।ये हाथ कभी न छूटे,ये साथ कभी न छूटे,दिन हो या रात।🌺🌺🌺🌺🌺🌺खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो,मेरा हाथ।
जिसे दिया उसे खूब दिया दातार। मुझ से क्या इंसाफ किया सरकार।🌺🌺🌺🌺क्या उनके हाथ है ज्यादा,या फिर औकात है ज्यादा,बतलाओ बात।
खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो,मेरा हाथ।ये हाथ कभी न छूटे,ये साथ कभी न छूटे,दिन हो या रात।🌺🌺🌺🌺🌺🌺खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो,मेरा हाथ।
क्यों बाबा मुख मुझसे मोड़ लिया।या तकदीर बदलना छोड़ दिया।🌺🌺🌺🌺तेरा दरबार ना छूटे।ये भरोसा ना टूटे।रख लेना बात।
खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो,मेरा हाथ।ये हाथ कभी न छूटे,ये साथ कभी न छूटे,दिन हो या रात।🌺🌺🌺🌺🌺🌺खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो,मेरा हाथ।