तर्ज,सांवली सूरत पे मोहन
मावडी सूरत पे तेरी हम दीवाने हो गए।हम दीवाने हो गए तेरे,हम दीवाने हो गए।मावडी सूरत पे तेरी हम दीवाने हो गए।
लाल चुनरी मां ये तेरी,चमचमाती ही रहे।२।इस सोलह श्रृंगार के मां,हम दीवाने हो गए।हम दीवाने हो गए तेरे,हम दीवाने हो गए।मावडी सूरत पे तेरी हम दीवाने हो गए।
लाल चूड़ा लाल मेहंदी,हाथों में सजती रहे।२।माथे की बिंदिया के मैया,हम दीवाने हो गए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हम दीवाने हो गए तेरे,हम दीवाने हो गए।मावडी सूरत पे तेरी हम दीवाने हो गए।
पावों में पायल के डीजी घुंघरू, मां तेरे बजते रहे।२।घुंघरू की झंकार के मैया,हम दीवाने हो गए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हम दीवाने हो गए तेरे,हम दीवाने हो गए।मावडी सूरत पे तेरी हम दीवाने हो गए।
जूही चंपा और चमेली,फूलों में सजती रहे।२।देखकर श्रृंगार तेरा,हम दीवाने हो गए।हम दीवाने हो गए तेरे,हम दीवाने हो गए।मावडी सूरत पे तेरी हम दीवाने हो गए।
भक्त तेरे दर पे मैया,गुण सदा गाते रहे।२।कर देना किरपा की वर्षा,हम दीवाने हो गए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हम दीवाने हो गए तेरे,हम दीवाने हो गए।मावडी सूरत पे तेरी हम दीवाने हो गए।