तर्ज,सावन की बरसे बदरिया
तेरी उतारूं नजरिया रिद्धि के सांवरिया।२। रिद्धि के सांवरिया ओ सिद्धि के सांवरिया।तेरी उतारूं नजरिया रिद्धि के सांवरिया।
माथे पर है मुकुट विराजे,घर आंगन में शुभ लाभ साजे।२।मूषक घुमावे नगरिया।रिद्धि के सांवरिया।
तेरी उतारूं नजरिया रिद्धि के सांवरिया।२। रिद्धि के सांवरिया ओ सिद्धि के सांवरिया।तेरी उतारूं नजरिया रिद्धि के सांवरिया।
हे गणराज गजानंद आओ।लड्डुवन के तुम भोग लगाओ।२।मोदक से भरी है छबरिया।रिद्धि के सांवरिया।
तेरी उतारूं नजरिया रिद्धि के सांवरिया।२। रिद्धि के सांवरिया ओ सिद्धि के सांवरिया।तेरी उतारूं नजरिया रिद्धि के सांवरिया।
एकदंत दयावंत चार भुजा धारी। हे शिव नंदन मंगला कारी।२। लेऊं तुम्हारी बलैया।रिद्धि के सांवरिया।
तेरी उतारूं नजरिया रिद्धि के सांवरिया।२। रिद्धि के सांवरिया ओ सिद्धि के सांवरिया।तेरी उतारूं नजरिया रिद्धि के सांवरिया।