चौक पूराओ माटी रंगाओ, आज गजानन घर आए।चौक पूराओ माटी रंगाओ आज गजानन घर आए।
खबर सुनाऊं,खुशी रे बताऊं,आज गजानन घर आए।खबर सुनाऊं,खुशी रे बताऊं,आज गजानन घर आए।
ए री सखी मंगल गाओ री।धरती अंबर सजाओ री।उतरेगी आज मेरे,गणेश की सवारी। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹ए री कोई काजल लाओ री।उनको काला टीका लगाओ री। कहीं लगे ना नजर उनको कारी। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹लक्ष्मी जी वारो,नजर उतारो।आज गजानन घर आए।चौक पूराओ माटी रंगाओ, आज गजानन घर आए।
रंगों से रंग मिले,नए नए ढंग मिले। खुशियां आज द्वार मेरे डाले है डेरा। पीहू पीहू पपिहा रटे। कुहू कुहू कोयल जपे।आंगन आंगन है देवों ने घेरा।अनहद नाद बजाओ रे सब मिल।आज गजानन घर आए।