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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Ab sop diya is jiwan ka, अब सौंप दिया इस जीवन का,krishna bhajan

अब सौंप दिया इस जीवन का,सब भार तुम्हारे हाथों में।

अब सौंप दिया इस जीवन का,सब भार तुम्हारे हाथों में। है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।🌹🌹🌹🌹🌹अब सौंप दिया इस जीवन का,सब भार तुम्हारे हाथों में।है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

मेरा निश्चय है बस एक यही एक बार तुम्हें पा जाऊं मै।अर्पण कर दूं दुनिया का सब, प्यार तुम्हारे हाथों में।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

अब सौंप दिया इस जीवन का,सब भार तुम्हारे हाथों में।है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

जो जग में रहूं तो ऐसे रहूं, जैसे जल में कमल का फूल खिले।मेरे अवगुण दोष समर्पण हो, सरकार तुम्हारे हाथों में।🌹🌹 है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

अब सौंप दिया इस जीवन का,सब भार तुम्हारे हाथों में।है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

मानुष जनम मिले मुझको तो, तेरे चरणों का पुजारी बनूं। उस पूजा की हो रग रग, झंकार तुम्हारे हाथों में।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

अब सौंप दिया इस जीवन का,सब भार तुम्हारे हाथों में।है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

जब संसार में मिले जन्म, निष्काम भाव से सेवा करूं।फिर अंत समय में प्राण तजुं, हे श्याम तुम्हारे हाथों में।🌹🌹🌹🌹🌹🌹है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

अब सौंप दिया इस जीवन का,सब भार तुम्हारे हाथों में।है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

मुझमें तुझ में बस भेद यही मैं नर, हूं तुम नारायण हो।में हूं संसार के हाथों में, संसार तुम्हारे हाथों में।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

अब सौंप दिया इस जीवन का,सब भार तुम्हारे हाथों में।है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।

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