बांके बिहारी की देख छटा,देख छटा,मेरो मन है गयो लटा पटा।
कब से खोजूं बनवारी को,बनवारी को,गिरधारी को।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कोई बता दे उसका पता,मेरो मन है गयो लटा पटा।
बांके बिहारी की देख छटा,देख छटा,मेरो मन है गयो लटा पटा।
मोर मुकुट श्यामल तन धारी।कर मुरली अधरन सजी प्यारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺कमर में बांधे पिला पटा।मेरो मन है गयो लटा पटा।
बांके बिहारी की देख छटा,देख छटा,मेरो मन है गयो लटा पटा।
पनिया भरण यमुना तट आई।बीच में मिल गयो कृष्ण कन्हाई।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺फोड़ दियो पानी को घटा।मेरो मन है गयो लटा पटा।
बांके बिहारी की देख छटा,देख छटा,मेरो मन है गयो लटा पटा।
टेढ़ी नजरें लट घुंघराली।मार रही मेरे दिल पे कटारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺श्याम वरण जैसे काली घटा।मेरो मन है गयो लटा पटा।
बांके बिहारी की देख छटा,देख छटा,मेरो मन है गयो लटा पटा।
मिलते हैं उसे बांके बिहारी।बांके बिहारी स्नेह बिहारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺राधे राधे जिसने रटा।मेरो मन है गयो लटा पटा।
बांके बिहारी की देख छटा,देख छटा,मेरो मन है गयो लटा पटा।