कूदे यमुना में कन्हैया लेके मुरली,लेके मुरली हो लेके मुरली।🌹🌹🌹🌹🌹🌹कूदे यमुना में कन्हैया लेके मुरली।
कूद पड़े बनवारी जल में,ग्वाले रोवे सारे।कुछ ग्वाले तो घर को भागे,यशोदा जाय बताए।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹जल में कूदे रे कन्हैया,लेके मुरली।कूदे यमुना में कन्हैया लेके मुरली।
रोते रोते मात यशोदा,यमुना तट पे आई।मुझे छोड़कर कहां चले ओ, प्यारे कृष्ण कन्हाई।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 खड़ी रोए तेरी मैया लेकर मुरली।जल में कूदे रे कन्हैया,लेके मुरली।🌹🌹🌹🌹🌹🌹कूदे यमुना में कन्हैया लेके मुरली।
कृष्ण गए पाताल लोक में नागिन बैठी पाई। सोया नाग जगा दे नागिन, बोले कृष्ण कन्हाई।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹गेंद दे दे रे नागणिया,लेके मुरली।🌹🌹🌹जल में कूदे रे कन्हैया,लेके मुरली।कूदे यमुना में कन्हैया लेके मुरली।
इतना सुनकर नागिन ने, विषधर को दिया जगाए।लगी फुंफकार बदन हुवा काला,चढ़ी शीश पर आय।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹काले पड़ गए रे कन्हैया,लेके मुरली।🌹🌹जल में कूदे रे कन्हैया,लेके मुरली।कूदे यमुना में कन्हैया लेके मुरली।
कूदे यमुना में कन्हैया लेके मुरली,लेके मुरली हो लेके मुरली।🌹🌹🌹🌹🌹🌹कूदे यमुना में कन्हैया लेके मुरली।