नवकोटी दुर्गा,सिंह गरज रहयो वारणे।🌹 ब्रह्माणी दुर्गा,सिंह गरज रहयो वारणे।🌹 राणीसती दादी,सिंह गरज रहयो वारणे।
इंद्र घटा छाई घणी सरे, देखयां आनंद आवे।निज मंदिर में आप बिराजो,दर्शन घणा सुहावे रे।
नवकोटी दुर्गा,सिंह गरज रहयो वारणे।🌹 ब्रह्माणी दुर्गा,सिंह गरज रहयो वारणे।🌹 राणीसती दादी,सिंह गरज रहयो वारणे
ब्रह्मा रूप व्यापक भई सरे,रोम रोम में सारे।जिन पर महर करे मेरी मैया,भवसागर से तारे रे।
नवकोटी दुर्गा,सिंह गरज रहयो वारणे।🌹 ब्रह्माणी दुर्गा,सिंह गरज रहयो वारणे।🌹 राणीसती दादी,सिंह गरज रहयो वारणे
नागिना में नायिका सरे,कलकत्ते में काली।झुंझनू में राणीसती जी, भक्तन की रखवाली जी
नवकोटी दुर्गा,सिंह गरज रहयो वारणे।🌹 ब्रह्माणी दुर्गा,सिंह गरज रहयो वारणे।🌹 राणीसती दादी,सिंह गरज रहयो वारणे
सब भक्तन की विनती सरे, सुन लो अरज हमारी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹हाथ जोड़ करूं विनती जी,चरण कमल बलिहारी जी।
नवकोटी दुर्गा,सिंह गरज रहयो वारणे।🌹 ब्रह्माणी दुर्गा,सिंह गरज रहयो वारणे।🌹 राणीसती दादी,सिंह गरज रहयो वारणे