एकदीन बोले नंदलाला,मैया में क्यों हूं काला।गोरे है भैया बलराम,मोहे सब कहे क्यूं घनश्याम🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
मेरी उलझन सुलझा दे,मैया ये भेद बता दे। पड़ा सांवरा क्यूं मेरा नाम।मोहे सब कहे क्यूं घनश्याम।🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
तेरे आंचल की छैयां,दोनों के सरपे मैया।🍁 तेरे हाथों से माखन खाते हैं दोनो भैया।🍁🍁 दोनों एकसाथ चराने, जाते हैं निशदिन गैया।फिर क्यूं हर गोपी ग्वाला,मुझको कहता है काला,चर्चा है गोकूल में ये आम।मोहे सब कहे क्यूं घनश्याम।
एकदीन बोले नंदलाला,मैया में क्यों हूं काला।गोरे है भैया बलराम,मोहे सब कहे क्यूं घनश्याम🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
काली रैना में जन्मा तूं मेरा कृष्ण कन्हाई।🍁 काले बादल की तुझपे थोड़ी सी है परछाई।फिर काले नाग से तूने,ग्वालों की जान बचाई।इस कारण ओ नंदलाला,कहते सब प्रेम से काला।पड़ा सांवरा यूं तेरा नाम,कहे सब तुझे घनश्याम।
एकदीन बोले नंदलाला,मैया में क्यों हूं काला।गोरे है भैया बलराम,मोहे सब कहे क्यूं घनश्याम🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
काला काजल ना हो तो लागे श्रृंगार अधूरा।काली स्याही के बिन है,वेदों का सार अधूरा।काले रे कान्हा तुम बिन,मेरा संसार अधूरा। है काला रंग निराला, चढ़के ना मिटने वाला।बाकी रंग कच्चे हैं तमाम,इसीलिए काला है तूं श्याम।
एकदीन बोले नंदलाला,मैया में क्यों हूं काला।गोरे है भैया बलराम,मोहे सब कहे क्यूं घनश्याम🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
मेरी उलझन सुलझा दे,मैया ये भेद बता दे। पड़ा सांवरा क्यूं मेरा नाम।मोहे सब कहे क्यूं घनश्याम।🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁