ए मालिक तेरे बंदे हम,ऐसे हो हमारे करम।नेकी पर चलें,और बदी से टलें।🌹🌹🌹ताकि हंसते हुवे निकले दम।
जब जुल्मों का हो सामना तब तुम ही हमें थामना।वो बुराई करें, हम भलाई करे।🌹 नहीं बदले की हो कामना।🌹🌹🌹🌹🌹 बढ़ उठे प्यार का हर कदम, और मिटे बैर का ये भरम।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹नेकी पर चलें,और बदी से टलें।🌹🌹🌹ताकि हंसते हुवे निकले दम।
ए मालिक तेरे बंदे हम।
ये अंधेरा घना छा रहा, तेरा इंसान घबरा रहा। हो रहा बेखबर कुछ ना आता नजर। सुख का सूरज छिपा जा रहा, है तेरी रोशनी मैं वो दम।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 जो अमावस को कर दे पूनम। नेकी पर चलें,और बदी से टलें।🌹🌹🌹ताकि हंसते हुवे निकले दम।
ए मालिक तेरे बंदे हम।
बड़ा कमजोर है आदमी, अभी लाखों है इसमें कमी। पर तूं जो खड़ा, हे दयालू बड़ा। तेरी कृपा से धरती थमी, दिया तूने जो हमको जनम।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 तूं ही झेलेगा हम सबके गम।🌹🌹🌹🌹🌹नेकी पर चलें,और बदी से टलें।🌹🌹🌹ताकि हंसते हुवे निकले दम।
ए मालिक तेरे बंदे हम,ऐसे हो हमारे करम।नेकी पर चलें,और बदी से टलें।🌹🌹🌹ताकि हंसते हुवे निकले दम।