तर्ज, होलिया में उड़े री गुलाल
मीरा जोगन बन गई रे,श्याम तेरे मंदिर में।२।
जहर को प्यालों राणा जी भेज्यो।२।मीरा हंस हंस पी गई रे,श्याम तेरी मस्ती में।२।🌹🌹मीरा जोगन बन गई रे,श्याम तेरे मंदिर में।
सर्प पिटारो राणाजी भेज्यो।२। बो तो माला बन गयो रे,श्याम तेरी मस्ती में।२।🌹🌹मीरा जोगन बन गई रे,श्याम तेरे मंदिर में।
घर द्वार छोड़या मीरा,गई मंदिर में।२।श्याम श्याम जपती रे,श्याम तेरी मस्ती में।२।🌹🌹मीरा जोगन बन गई रे,श्याम तेरे मंदिर में।
अमर हो गई दुनियां माही।२।खुद की मिटाई हस्ती रे,श्याम तेरी मस्ती में।२।🌹🌹🌹🌹मीरा जोगन बन गई रे,श्याम तेरे मंदिर मे।
मीरा जोगन बन गई रे,श्याम तेरे मंदिर में।२।