तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे। हमारा नहीं कोई रे। सहारा नहीं कोई रे। तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।
गहरी गहरी नदियां, नाव पुरानी। डुबन लगी नाव, बचाया नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।हमारा नहीं कोई रे। सहारा नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।
अमवा की डाली पर, पिंजड़ा लटकाया। उड़ गया सुआ, पढ़ाया नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।हमारा नहीं कोई रे। सहारा नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।
भाई बंधु और कुटुंब कबीला। बिगड़ी जो बात बनाया नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।हमारा नहीं कोई रे। सहारा नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।
जब से तेरी शरण में आया। तेरे जैसा लाड लड़ाया नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।हमारा नहीं कोई रे। सहारा नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।
कहत कबीर सुनो भाई साधु। गुरु जैसा ज्ञान सिखाया नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।हमारा नहीं कोई रे। सहारा नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।
मैंने तुझ पर सब कुछ वारा। तू मुझको प्राणों से प्यारा। तेरे जैसा साथ निभाया नहीं कोई रे।🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।हमारा नहीं कोई रे। सहारा नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।
घर घर तेरा नाम जपाऊं। तेरी महिमा सबको बताऊं। तेरे जैसा प्रेम दिखाया नहीं कोई रे।🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।हमारा नहीं कोई रे। सहारा नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।
तुम जैसा दातार ना पाऊं। तुम को छोड़ मैं किस दर जाऊं। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तेरे जैसा मान बढ़ाया नहीं कोई रे।तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।🌹🌹🌹🌹🌹हमारा नहीं कोई रे। सहारा नहीं कोई रे।तेरे बिना श्याम हमारा नहीं कोई रे।