श्याम तेरे भरोसे मेरा परिवार है। तूं ही मेरी नाव का माझी, तूं ही पतवार है। श्याम तेरे भरोसे…
हो अगर अच्छा माझी, नाव फिर पार होती। किसी की बीच भंवर में, फिर ना दरकार होती। अब तो तेरे ही हवाले, मेरा घर बार है।श्याम तेरे भरोसे मेरा परिवार है
मैंने अब छोड़ी चिंता, तेरा जो साथ पाया ।तुझको जब भी पुकारा, अपने ही पास पाया। मुझ पर एहसान तेरा,हो ओ बाबा बेशुमार है।श्याम तेरे भरोसे मेरा परिवार है।
मुझको अपनों से बढ़कर, सहारा तूने दिया है। जिंदगी भर जीने का, गुजारा तूने दिया है। कहता यह सेवक तेरा,हो ओ बड़ा उपकार है।श्याम तेरे भरोसे मेरा परिवार है।
जमाने की नजरों से, ओ बाबा मुझ को बचाना। मेरी इस पगड़ी की ओ, बाबा लाज बचाना। तेरे हाथों में बाबा, हो ओ मेरा कारोबार है।श्याम तेरे भरोसे मेरा परिवार है।