तर्ज,बार बार जद कहे ब्राह्मणी
बार बार में तुझे पुकारूं सुनले लखदातार।नैया हमारी श्याम आके लगा देना पार।
सुना है हमने श्याम बड़े तुम दानी हो,ऐसा सुंदर रूप बड़े तुम ज्ञानी हो।🌹🌹🌹🌹🌹🌹तन केशरियो बागो सोहे,कैसा है सिंगार।🌹नैया हमारी श्याम आके लगा देना पार।बार बार…
अहलवती के लाल,माया तेरी न्यारी है। पूरो मन की आश भरोसा,भारी है।🌹🌹🌹🌹 अधविच नैया डूब रही है,पार करो करतार।🌹नैया हमारी श्याम आके लगा देना पार।बार बार….
आलूसिंह जी भक्त बड़े,तपधारी है,चरण नवावत शीश की दुनिया सारी है।🌹🌹🌹केशर तिलक लगावे थारे,अजब करे सिंगार।नैया हमारी श्याम आके लगा देना पार।
भक्त खड़या कर जोड़,चरण सिर नावे है।भक्त खड़या कर जोड़ कीर्ति गावे है।🌹🌹🌹🌹चरण कमल को लियो आसरो थारो ही आधार।नैया हमारी श्याम आके लगा देना पार।