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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Krishna bhajan,mera gopal girdhari jamane se nirala hai, मेरा गोपाल गिरधारी जमाने से निराला है

मेरा गोपाल गिरधारी जमाने से निराला है

मेरा गोपाल गिरधारी, जमाने से निराला है।रंगीला है रसीला है, ना गोरा है ना काला है।

कभी सपनों में आ जाना, कभी रुपोश हो जाना।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 यह दर्शाने का मोहन ने, निराला ढंग निकाला है।मेरा गोपाल गिरधारी जमाने से निराला है।

मेरा गोपाल गिरधारी, जमाने से निराला है।रंगीला है रसीला है, ना गोरा है ना काला है।

कभी उखल में बंध जाना, कभी ग्वालो में जा खेलें।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 तुम्हारी बाल लीला ने, अजब धोखे में डाला है।मेरा गोपाल गिरधारी जमाने से निराला है।

मेरा गोपाल गिरधारी, जमाने से निराला है।रंगीला है रसीला है, ना गोरा है ना काला है।

कभी वह मुस्कुराता है, कभी वह रूठ जाता है। इसी दर्शन के खातिर तो,बड़े नाजों से पाला है।मेरा गोपाल गिरधारी जमाने से निराला है।

मेरा गोपाल गिरधारी, जमाने से निराला है।रंगीला है रसीला है, ना गोरा है ना काला है।

तुम्हें मैं भूलना चाहूं, मगर भुला नहीं जाता। तुम्हारी सांवरी सूरत पर, कुछ जादू सा डाला है।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚मेरा गोपाल गिरधारी जमाने से निराला है।

मेरा गोपाल गिरधारी, जमाने से निराला है।रंगीला है रसीला है, ना गोरा है ना काला है।

मेरे नैनों में बस जाओ, मेरे हृदय में आ जाओ। मेरे मोहन यह मन मंदिर,तुम्हारा देखा भाला है।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚मेरा गोपाल गिरधारी जमाने से निराला है।

मेरा गोपाल गिरधारी, जमाने से निराला है।रंगीला है रसीला है, ना गोरा है ना काला है।

तुम्हें मुझसे हजारों है, मगर मेरे तुम ही तुम हो। तुम ही सोचो हमारी तो, ना कोई सुनने वाले हैं।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚मेरा गोपाल गिरधारी जमाने से निराला है।

मेरा गोपाल गिरधारी, जमाने से निराला है।रंगीला है रसीला है, ना गोरा है ना काला है।

मदन मोहन श्री राधा रमण, क्यों भक्तों से रूठे हैं।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 बड़ा अच्छा किया है खूब, प्रण भक्तोंका टाला है।मेरा गोपाल गिरधारी जमाने से निराला है।

मेरा गोपाल गिरधारी, जमाने से निराला है।रंगीला है रसीला है, ना गोरा है ना काला है।

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