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रानीसती दादी भजन लीरिक्स

dadi bhajan,mehandi rachi thare hatha me, मेहंदी रची थारे हाथा में,

मेहंदी रची थारे हाथा में,घुल रहयो काजल आंख्यां में

मेहंदी रची थारे हाथा में,घुल रहयो काजल आंख्यां में,चुंदड़ी को रंग सुरंग मां रानीसती।

फूल खिल्यों थारे बागा में,चांद उग्यो थारे राता में।थारो ईसो सुहानो रूप मां, रानीसती।

रूप तुम्हारो, जद से देख्यों निंदडली नही आंख्यामे।म्हारे मनपर जादू कर गयो,थारी मीठी बाताने।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹भूल गई सब कामा ने,याद करूं थारे नामा ने।माया को छुट्टयों फंद मां, रानीसती।मेहंदी…

थे कहो तो दादी थारी, नथली बन जाऊं में। नथली बन जाऊं थारे, होठों से लग जाऊं में। चुड़ो बनूं थारे हाथा में, बोर बनूं थारे माथा में।बन जाऊं बाजूबंद मां, रानीसती।मेहंदी..

थे कहो तो दादी थारी, पायल्डी बन जाऊं में।पायलडी बन जाऊं थारे,चरणों में लग जाऊं में।हार बनूं थारे गले में,मोती बनूं थारे झुमके में।नैना में करलयूं बंद मां, रानीसती।मेहंदी..

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