तर्ज,ये देश है वीर जवानों का
दरबार है खाटू वाले का, यह भक्तों के रखवाले का।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 यहां कष्ट मिटाए जाते हैं। रोते भी हंसते जाते हैं।
कलयुग का देव निराला है। रहता हरदम मतवाला है।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 मेरे श्याम की महिमा भारी है। लीले कि करें सवारी है।दरबार है…
लाखों नर नारी आय रहे, चरणों में शीश नवाए रहे। 🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚यह सब की विनती सुनता है, आशाएं पूरी करता है। दरबार है…
रोगी का रोग मिटाता है। अंधा भी आंखें पाता है।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 बांझन की बाबा गोद भरे। पतितों का यह उद्धार करें। दरबार है….
दुखियों से बाबा प्यार करें। भक्तों के ये भंडार भरे।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 जो इसका सिमरन करता है। उसके सब संकट हरता है।दरबार है…
कोई जय जयकार मनाए रहा ।कोई निशान लेकर आये रहा। 🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚कोई सिर पर सिगड़ी लाता है। कोई पेट पलंनिया आता है।दरबार है…
जो सच्चे मन से ध्याता है। मनवांछित फल वह पाता है।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 तुम झटपट आजा द्वारे पे। यहां कमी नहीं भंडारे में। दरबार है…
जिसे श्याम रंग चढ़ जाता है। जीवन में मौज उड़ाता है।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 बिन्नू तुम काहे देर करो। श्री श्याम प्रभु से प्रीत करो। दरबार है…