मनिहारी का भेष बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया।छलिया का भेष बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया।
झोली कांधे धरी, उसमें चूड़ी भरी।२☀️☀️☀️गली गली में शोर मचाया।श्याम चूड़ी बेचने आया ।मनिहारी का भेष बनाया…
राधा ने सुनी, ललिता से कहीं।२☀️☀️☀️☀️ मोहन को तुरंत बुलाया। श्याम चूड़ी बेचने आया। मनिहारी का भेष बनाया…
चूड़ी लाल नहीं पहनू, चूड़ी हरि नहीं पहनू। मुझे श्याम रंग है भाया, श्याम चूड़ी बेचने आया।☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️ मनिहारी का भेष बनाया….
राधा पहनने लगी, श्याम पहनाने लगे।☀️☀️ राधा ने हाथ बढ़ाया, श्याम चूड़ी बेचने आया। मनिहारी का भेष बनाया….
राधा कहने लगी, तुम हो छलिया बड़े ।☀️☀️धीरे से हाथ दबाया, श्याम चूड़ी बेचने आया। मनिहारी का भेष बनाया…