तर्ज,राधा तेरे चरणों की
सांवरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है २
तुम ही मेरे मात पिता, तुम ही मेरे बंधु सखा। दुनिया वाले क्या जाने, मेरा रिश्ता पुराना है। सांवरे से..
गवालों में ढूंढा तुझे, सखियों में पाया है। राधा जी के हृदय में, मेरे श्याम का ठिकाना है। सांवरे से…
मथुरा में ढूंढा तुझे, गोकुल में पाया है। वृंदावन की गलियों में, मेरे श्याम का ठिकाना है। सांवरे से…
महलों में ढूंढा तुझे, मंदिरों में पाया है ।भक्तों के मनमंदिर में, मेरे श्याम का ठिकाना है।सांवरे से..
सूरज में ढूंढा तुझे, चंदा में पाया है ।तारों की झिलमिल में, मेरे श्याम का ठिकाना है ।सांवरे से…