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रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Rut bhadude ki aai, रुत भादूडे की आई, रानीसति दादी भजन

रुत भादुडे की आई ,की मेलो थारो खूब भरसी

तर्ज,उड़े जब जब जुल्फें तेरी

रुत भादुडे की आई,२ ।की मेलो थारो खूब भरसी।म्हारी मैया

थारे गठजोड़े से आवा,२ ।की पलक उघाड़यां सरसी ।म्हारी मैया…

थारी लाल चुंदड़ीया लाया २।की दादी थाने ओढ्यां सरसी।म्हारी मैया

थारे मेहंदी मांडबा आवा२।की हाथा थारे खूब रचसी।म्हारी मैया।

थे तो मोकलो माल लुटास्यो२।की भगतां री झोली भरसी।म्हारी मैया।

थारे चरणों में धोक लगास्या२।की सिर पर हाथ धरसी।म्हारी मैया।

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