भक्तों ने हिलमिल कर,उत्सव मनाया है।बस कमी आपकी श्याम आ जाईए।
लटके फूलों की लड़ियां,दरबार में।🌹🌹🌹 महके अंतर की खुशबू दरबार में।🌹🌹🌹जगमग जगमग जोत जली,लगती कितनी भली भली।बस कमी..
पलकें सबकी बिछी है,तेरी राह में।🌹🌹🌹कबसे प्रेमी खड़े है तेरी चाह में।🌹🌹🌹धिनक धीनक ढोलक बोले,मुरली रस अमृत घोले।बस कमी..
कोई मेवा मिसरी लाया है।🌹🌹🌹🌹🌹कोई तंदूल भेंट में लाया है।🌹🌹🌹🌹🌹अपनी अपनी श्रद्धा से, आएं हैं तुमसे मिलने।बस कमी..
रंग भाव भजन का निखरा यहां।🌹🌹🌹अटके श्याम बिहारी ढूंढे कहां।🌹🌹🌹🌹वादा याद दिलाते हैं,हमको क्यूं तरसाते हैं।बस कमी..