तर्ज,बाई सा रा बीरा,जयपुर
बालासा म्हारे कीर्तन में आओ जी,एकबार आ जाओ महे धोक लगावां जी।
पहले महे थारी जोत जगावा जी,भक्ति और शक्ति दो,नही पल बिसरावा जी। बालासा…
चरना री धूलि एकबार पावां जी,श्री राम के प्यारे,महे भव तर जावा जी। बालासा..
सियाराम से म्हाने,एकबार मिलाओ जी।महे बांके संग मिलकर,नाचा और गावां जी। बालासा..
चरणों में थारे, वारी वारी जावा जी,म्हारा संकट थे काटो,थारी रात जगावां जी। बालासा…