तर्ज,क्या मिलिए ऐसे लोगों से। मतकर गर्व अरे ओ बंदे, चाल समय की तूं पहचान।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 वक्त बड़ा बलवान है इस से, डर के रहना तूं इंसान।
राजतिलक होगा रघुवर का,सूर्यवंश हरसाया था।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 चौदह साल बनो में भटके,समय ने पलटा खाया था।🌹🌹🌹🌹🌹🌹 समय की करनी समय ही जाने,और सका न कोई जान।
हरिश्चंद्र राजा भी एकदिन शमसानों का डोम बना।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 कर ना पाई दाह पुत्र का, महारानी भी कफन बिना।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 जग में सदा कभी न रहता,वक्त किसिका एक समान।
अर्जुन भीम ने महाभारत में बड़ा ही शोर मचाया था।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 चीर हरण को वही भीम,अर्जुन भी रोक न पाया था।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 वक्त नहीं है किसके वश में,वक्त के वश में हर इंसान।
कल क्या होगा कोई न जाने वक्त के हाथ में चाबी है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 बड़े बड़े महापुरुषों ने भी,समय से हारी बाजी है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 वक्त के आगे चीज है क्या तूं यहां झुके हैं श्री भगवान।