म्हारी सुध लिज्यो महाराज गजानंद गोरीके नंदा।गोरी के नंदा हो गजानन गोरी के नंदा।🐀
पिता तुम्हारा है शिव शंकर,मस्तक पर चंदा।माता तुम्हारी पार्वती है,ध्यावे सब बंदा।म्हारी..
मूषक वाहन दूंद दूंदाला फरस हाथ लेंदा।🐀गल वैजन्ती माल बिराजे,चढ़े पुष्प गेंदा।🐀🐀म्हारी सुध ….
जो नर तुझको नही मनाए,उसका भाग्य मंदा।जो नर नारी करे ध्यावना,चले रिजक धंधा।🐀म्हारी सुध …..
विघ्न निवारण मंगल कारण,विधा वर देंदा।🐀कहता कालूराम भजे से,कटे पाप फंदा।🐀🐀म्हारी सुध…..