तर्ज,यशोमती मैया से
गिरिजा भवानी से,बोले डमरू वाला,
तुम तो हो गोरी,में हूं काला।💦💦💦💦💦💦
बोले समझा के शंकर,सुन मेरी प्यारी,
सागर के मंथन की किए, देवगण तैयारी।
अमृत देवों ने पिया, मैने विष का प्याला,
इसीलिए काला💦💦💦💦💦💦💦💦💦
कोई कहते दानी मुझको,भोला भंडारी,
कोई कहते महादेव, कोई त्रिपुरारी।
कोई गंगाधारी कहते,नीलकंठ वाला,
इसीलिए काला💦💦💦💦💦💦💦💦💦
मेरी कृपा से होता, जग में उजाला,
भक्तों की लाज रखता, होके प्रतिपाला।
सबका रखवाला भोला दिनदयाला।
इसीलिए काला💦💦💦💦💦💦💦💦💦
गिरिजा भवानी से,बोले डमरू वाला,
तुम तो हो गोरी,में हूं काला।💦💦💦💦💦💦