तर्ज,फिरकी वाली
ओ लीला वाली इधर तुम आना,
मोहे लीला गुदाना,
तूं आई कोन गांव से,
तेरी सूरत मिले है मेरे श्याम से।✍️✍️✍️
ऐसी लीले वाली कभी आई न यहां पे,
और कभी ना आयेगी।
प्यारी। प्यारी है ये लीले वाली,
बिना गोदे नही जायेगी।
ओ लिलहारी प्यारी प्यारी,ऐसी सुंदर नारी,
सरपे लिख दे तूं श्याम मुरारी, ओ रास बिहारी,
तूं लिखियों बड़े चाव से,
तेरी सूरत मिले है मेरे श्याम से।✍️✍️✍️✍️
माथे पे लिखदे मेरे नंदजी का लाला,कानोंपे दीनदयाल री
नाक पे लिख दे मदन मुरारी, गालन पे गोपाल री।
अरे गले पे लिखना श्री गिरधारी, कांधे कमर कारी,
बांह पे लिखदे तूं बनवारी,राधा का हितकारी,
करूंगी खुशी दाम से।तेरी सूरत…✍️✍️✍️
छातीपे लिखदे मेरे छैल छबीला,वो जशोदा को जाया जी
जाय खिलाऊ मैया जसुदा गोदमें, सखियोंके मनभायो री
पेट पे लिखना परमानंदा,नाभि पे नंद नंदा,
तूं तो लिखदे घुटनेपे जय जयकारा,
पिंडली पे प्रीतम प्यारा,लगाऊं शीश पांव से,
तेरी सूरत मिले है मेरे श्याम से।✍️✍️✍️✍️✍️
