तर्ज,कैसे सपरी ओ रामा कैसे सपरी
चाकर राखले सांवरिया तेरो भोत बड़ो दरबार।भोत बड़ो दरबार तेरो,भोत बड़ो दरबार।चाकर…..
पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण,दशों दिशामें राज तेरो।🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂 राजा और महाराजा तेरे,आगे है लाचार।चाकर……..
सिदो सादो बंदो में तो, नेम धेम को पक्को रे।ऐसी चाकर की तो होसी,श्याम तने दरकार।चाकर…..
जो सौंपेगो काम सांवरा,चाव लगाकर करस्यूं रे।🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂अर्जी है सांवरिया म्हाने, मौको दे एकबार।चाकर….
जो देवेलो पुण पावलो हंसी खुशी से लेस्यूंजी। महे भी थारी रजा में राजी, सेवकीयो तैयार।चाकर……