बाबा क्यूंकर आंख्यां मिची रे,लोग हंसाई क्यूं करवावे थारी नीची रे।
कितनो भी अरडाल्यो चाहे, तूं तो होग्यों बहरो। ओटा मत ना देवे सांवरा,रंग चढ़ाकर गहरो। ।मुट्ठी कईयां ठाडी भींची रे।लोग हंसाई…
लखदातार बतावे थाने, पण तूं तो है मुंजी। ।खोल दे तालो ई किस्मत को, बेगो लगादे कूंजी।में तो बेल प्रेम की सीची रे।लोग हंसाई..
फोकट माही भजन सुनास्यूं,ब्याज भलेरो देस्यूं।जोर चले के मेरो सांवरा, देसी तो ले लेस्यू।।।तेरी आलीशान बगीची रे। लोग हंसाई…
मत ना बिसरे श्याम मिजाजी,थांसू म्हारी यारी।थे तो सबकी बिगड़ी बनाओ,मोहन श्याम मुरारी।कईयां म्हासूं करडी खींची रे। लोग हंसाई..