राम लला हैं राम लला हम,तन है और तुम प्राण समझ लो।द्वार तुम्हारा ना छोड़ेंगे,हमको भी हनुमान समझ लो। नगरी वो सरजू किनारे,जहाँ रहते हैं रघुवर हमारे।नगरी वो सरजू किनारे,जहाँ रहते हैं रघुवर हमारे।कह दो ये जाके,कोई चंद्रमा से।आरती प्रभु कि उतारे,नगरी वो सरजू किनारे,जहाँ रहते हैं रघुवर हमारे। कोई सावन कि घटा,ऐसे बरसेगी कहाँ।ऐसे […]