तर्ज,मेरी छतरी के नीचे आजा पर्वत पे आजा मेरी गौरा,क्यों देखे गौरा खड़ी खड़ी। मैं कैसे आऊं मेरे भोले,मेरे ते प्यारी गंगा तन्ने,तू तो पगली होइ मेरी गौरा,गंगा मेरी जटा की शोभा स,पर्वत पे आजा मेरी गौरा,क्यों देखे गौरा खड़ी खड़ी। मैं कैसे आऊं मेरे भोले,मेरे ते प्यारा चाँद तन्ने,तू तो पगली होइ मेरी गौरा,चंदा […]