म्हारे सिर पर सेठ रो हाथ,कोई म्हारो काई करसी।म्हारे सिर पर श्याम जी रो हाथ,कोई म्हारो काई करसी। यो तो दीन दुःखी रो नाथ,कोई म्हारो काई करसी। जन जन आगे महे ना रोवा।महे तो खूंटी तान के सोवा।जन जन आगे महे ना रोवा।महे तो खूंटी तान के सोवा। यो तो खुद ही राखे सम्हाल,कोई म्हारो […]