जब बंसी बजाता है जग झूम जाता है। मेरा यार संवारा है।मेरा यार संवारा है। सिर मोर मुकुट प्यार नैनों में समाता है।मेरा यार संवारा है।मेरा यार संवारा है। अधरों पर धर बंसी, मीठा-मीठा बोले। गलियों में कुंजन में, सबका घूंघटा खोले।अधरों पर धर बंसी, मीठा-मीठा बोले। गलियों में कुंजन में, सबका घूंघटा खोले। कभी […]