तर्ज, इस योग्य हम कहां हैं सोचा ना था कभी जो,वो काम हो गया है।सोचा ना था कभी जो,वो काम हो गया है। तेरी बंदगी में आकर तेरा नाम हो गया है।सोचा ना था कभी जो,वो काम हो गया है।सोचा ना था कभी जो,वो काम हो गया है। कल तक मुझे ही मुझको, मेरी खबर […]
तर्ज, इस योग्य हम कहां हैं सोचा ना था कभी जो,वो काम हो गया है।सोचा ना था कभी जो,वो काम हो गया है। तेरी बंदगी में आकर तेरा नाम हो गया है।सोचा ना था कभी जो,वो काम हो गया है।सोचा ना था कभी जो,वो काम हो गया है। कल तक मुझे ही मुझको, मेरी खबर […]