मैं क्यों भटकू इस माया में।मैं क्यों भटकू इस माया में।मैं क्यों भटकू इस माया में।मैं क्यों भटकू इस माया में। मेरा जीवन गुजर रहा है ,महाकाल की छाया में।मेरा जीवन गुजर रहा है ,महाकाल की छाया में। हार जब भी दुनिया से, मैं पास तेरे आया। हाथ रखकर बाबा तूने, पलट दी मेरी का।हार […]