तर्ज, कौन दिशा में लेके चला कौन जतन कर तुझको मनाऊं,कौन जतन कर तुझको मनाऊं,कौन जतन कर तुझको मनाऊं। कहीं रूठ गया मैंने कुछ ना किया, प्यारे कान्हा रे कान्हा रे।कौन जतन कर तुझको मनाऊं,कौन जतन । माना हूं मैं बड़ी भोली भाली, करती नहीं तोहै तंग हो। जब जब बजे तोरी मुरलिया, छम छम […]