कैसे कह दूं सांवरिया, मेरी सुनता नहीं अरदास है। जब भी गमों ने घेरा मैंने, पाया अपने पास है।कैसे कह दूं सांवरिया, मेरी सुनता नहीं अरदास है। जब भी गमों ने घेरा मैंने, पाया अपने पास है। सुख दुख दोनों कर्म के पहलू, इससे बच न सका कोई। दोनों पल मैं साथ सांवरा, इन से […]