करके आज पराया गजानंद धाम चले हैं हाय। यह बिरहा की आज घड़ी हमसे सही ना जाए। धाम अपने गजानन चले,पराया हमें कर चले।धाम अपने गजानन चले,पराया हमें कर चले।धाम अपने गजानन चले,पराया हमें कर चले।धाम अपने गजानन चले,पराया हमें कर चले। कैसी बिरहा की आई घड़ी, आसूवन की ना टूटे लड़ी।कैसी बिरहा की आई […]