आई आई रे ग्यारस की रात,के भोग लगा जाओ,एक बार आओ जी,श्याम म्हारे आंगणा,आई आई रे, ग्यारस की रात,के भोग लगा जाओ। बींदणी रे जागे म्हारी,टाबरिया सब सोवै छै,फिर जावेंगे,फिर जावेंगे, टाबर जाग,के भोग लगा जाओ,आई आई रे, ग्यारस की रात,के भोग लगा जाओ।एक बार आओ जी,श्याम म्हारे आंगणा। ताजा पाणी लेके,थारो खींचड़ो बणायो छै,जिसमे […]