रण में आयी देखो काली,
खून से भरने खप्पर खाली,
Tag: durga bhajan
देशनोक री करणी माता
घाणी खम्मा हे माता घाणी खम्मा
ओ मोरी मैया की चुनर उड़ी जाए,पवन धीरे धीरे चलो री।
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके,
करता वो याद तुझे
जिस पर तू मेहरबान हुई,
डावोडो मारगियो अम्बा जावे रे जैसोणे,
मैया मनाये ना मानी, नारियल खो रिसानी।।
नवरात्री का दिन अति पावन
घर घर ज्योति जलती है,
बैठी हो माँ सामने,
कर सोलह श्रृंगार,
तू करुणा की है मूर्ति,
और ममता का भण्डार,
तुम अपने रंग में रंग लो हे माँ दुर्गे हे माँ दुर्गे,
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