तर्ज, हमें तो लूट लिया हमारे श्याम की, शक्ति को जिसने जाना है। देवता श्याम को, उसने तो अपना माना है।देवता श्याम को, उसने तो अपना माना है। श्याम दरबार का अंदाज कुछ निराला है। गमों की बात क्या, मस्ती का बोलबाला है।श्याम दरबार का अंदाज कुछ निराला है। गमों की बात क्या, मस्ती का […]