यह दुनिया समझे है राघव, तुम केवल अवध बिहारी हो, तुम चक्र सुदर्शन धारी हो।तुम चक्र सुदर्शन धारी हो।तुम चक्र सुदर्शन धारी हो।यह दुनिया समझे है राघव, तुम केवल अवध बिहारी हो, तुम चक्र सुदर्शन धारी हो।तुम चक्र सुदर्शन धारी हो।तुम चक्र सुदर्शन धारी हो। केवट बोला है रघुनंदन, मर्म तुम्हारा जान रहा। असंभव को […]